हिमाचल प्रदेश में अनुसूचित जाति के विरूद्ध दर्ज मामलों में एसटी/एससी अधिनियम के तेहद काफी इजाफा हुआ है। हमने पिछले दस वर्षों 2011-2020 तक के आंकड़ों का विश्लेषण करने पर यह पाया की वर्ष 2019-20 के दौरान अनुसूचित जाति के लोगों के विरूद्ध किए जाने वाले अपराधों की दर में 32.21 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। इन आंकड़ों के अनुसार सिर्फ तीन (3) वर्षों यानी 2014,2015 और 2017 के अलावा अन्य दिन वर्षों में वृद्धि पाई गईं। 2012 में वर्ष 2011 की अपेक्षा 37.23 प्रतिशत यानी कुल 129 मामले दर्ज किए गए। वहीं वर्ष 2020 में दर्ज कुल मामलों कि संख्या 250 जो कि वर्ष 2014 की तुलना में 32.27 प्रतिशत अधिक थी। समाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार अनुसूचित जातियों की संख्या हिमाचल प्रदेश में 57 है। अतः अनुसूचित जाति के विरूद्ध दर्ज होने वाले मामलों में लगभग दोगुनी बढ़ोतरी हुई है।